हम समय समय पर आप सभी के लिए के लिए MOTIVATIONAL POEM तैयार करते रहते है। हमें आशा है की हमारी लिखी हुई POEM आपका हौसला और मार्गदर्शन जरूर करेगी। दोस्तों व्यक्ति सब कुछ हासिल कर सकता है यदि उसके पास एक अच्छा मार्गदर्शक है। मार्गदर्शक न सिर्फ आपको मार्ग दिखता है बल्कि कदम कदम पर आपके साथ होता है।
हम अपनी POEM KE JARIYE YE कोशिश करते है की हम आपके पूरे मार्गदर्शक बन सके।
मार्गदर्शक का काम होता है मार्ग दिखाना और उसके बारे में सही जानकारी देना BUT उस मार्ग पर चलना हम आप लोगो को ही पड़ता है और उस मार्ग पर चलते हुए HARD WORKING और DIFFICULTIES आपको ही झेलनी पड़ेगी।
तो ये रही हमारी एक और POEM . इसे पढ़े और कुछ सीख ले →
➜ मंज़िल हासिल करना यही लक्ष्य है मेरा ᐈ
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मंज़िल मेरी है ,ख्वाब भी मेरा
मंज़िल हासिल करना यही लक्ष्य है मेरा ,
न मानूंगा हार ,इसे समझो मेरी जिद
हर हार पर रहुगा मैं जीत के लिए अडिग।
न चलूँगा गलत राह पर ,न करुँगा गलत काम ,
अच्छाई की राह पर चलकर लौटूँगा हर शाम।
क्योकि मंज़िल मेरी है ,ख्वाब भी मेरा
मंज़िल हासिल करना यही लक्ष्य है मेरा।
हर कठिनाई से तुम लड़ जाना,
रह के काँटो से मत दर जाना ,
काँटे भी सिखायेंगे जिंदगी-ऐ-उसूल
बस हर कांटे का दर्द हँसते हँसते सह जाना।
अच्छाई पर चलेगा लेकिन तू अकेला है ,
यहाँ पग-पग में लगता बुराई का मेला है,
बुराई को देखकर न बदलना अपनी राहे ,
अंत में जीतेगा वही
जिसने अच्छी राह पर कठिनाइयों को झेला है।
लाख बुराइयाँ देख ले हम ,
न बदलेंगे राह-ऐ-कदम,
बढ़ेंगे हर कदम बुराई को छोड़कर ,
क्योकि अच्छाई में मिलेगी सफलता हर कदम।
मंज़िल भी मेरी है ,ख्वाब भी मेरा
मज़िल हासिल करना यही लक्ष्य है मेरा।
बुराई और अच्छाई में फ़र्क़ है गहरा ,
मुमकिन है पहचानना हर शख्स का चेहरा।
फिर बुराई का साथी कोई नहीं होता ,
अच्छाई का साथी हर कोई होता है।
अब चुन लो अपनी मंज़िल ,
और बढ़ा दो एक कदम ,
क्योकिं मज़िल तेरी है ,ख्वाब भी तेरा
मज़िल हासिल करना यही लक्ष्य है तेरा।
ᑂᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵᐵTHE END ᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹᐹ
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MOTIVATIONAL POEM-MANZIL HASIL KARNA YAHI LAKSHYA HAI MERA-OURINSPIRATION.INFO
Reviewed by satendra singh
on
19 फ़रवरी
Rating:
Nice poem
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