SUCCESS PANE KE SABSE BEHTAR TIPS-ORIGINAL DUNIYA -INSPIRATION

           "ONE THOUGHT,EVERYTHING BOUGHT"



दोस्तों ये युग कार्यशील लोगो का है ,यानि जो कार्य करता है वही आगे बढ़ता है लेकिन इस दौर में हमेशा कार्य करते रहना दूभर सा हो गया है। क्योकि इस दौर में आलसी लोगो की कमी नहीं ,इन आलसी लोगो के आलस्यपन ने उनकी LIFE में उन्हें कुछ करने का मौका नहीं दिया ,यह आलस्यपन आपको निर्बल एवं कमजोर बना देता है। लेकिन ये आलसी लोग फिर भी दिन रत हवा में उड़ने की सोचते रहते है,की मैं ये करुगा ,मै वो करुगा ,मई बहुत ही अमीर बन जाउगा बगैरा। लेकिन इनके द्वारा कार्य कुछ भी नहीं किया जाता। इस प्रकृति के लोग बस सोचते ही रह जाते है ,इसीलिए ऐसे लोगो को आलस्य त्याग देना चाहिए और अपने हर पल को अपनी लाइफ का आखिरी पल मानकर कार्य में जुट जाना चाहिए ,क्योकि आप अपने आखिरी पालो में अपना बेस्ट ही देना चाहेंगे। 
अन्य शर्त में दूसरी प्रकृति के लोग ऐसे होते है की उनके मन में हर पल कुछ नया करने की ,छोटीछोटी चीजों को समझकर कुछ बड़ा करने की जिज्ञासा तो होती ही है ,साथ ही साथ अपनी खोजी हुई प्लानिंग के मुताबिक कार्य भी करते है। और इनके मार्ग में कैसी भी बाधा आये या कैसी भी परिस्थति हो ये डरते नहीं,और कभी रुकते नहीं,इसिलिये इस प्रकृति के लोग SUCCESSFUL होते है।  यही आप हम और सभी को करना है ,परिस्थति कैसी भी हो उस परिस्थति को अपने हिसाब से ढलने की कोशिस करनी चाहिए।
 हर परिस्थति मे कैसे ढुढे  खुश  रहने का रास्ता 
इस युग में ,इन दो प्रकृति के अलावा कुछ लोग ऐसे होते है ,जो सोचते तो है की मुझे कुछ अच्छा कर के दिखाना है,और ये लोग कुछ अच्छा करने की कोशिश भी करते है लेकिन CIRCUMSTANCES से प्रभावित होकर ,या सामाजिक आर्थिक परेशानिया जब इनके मार्ग में आती है तो ये बहुत नीरस हो जाते है और उन परेशानियों से बिना जूझे ही हार मान कर बैठ जाते  है। 
दोस्तों मेरा ये आर्टिकल इसी प्रकृति के लोगो के लिए है कृपय ऐसे पूरा READ करे। 

                                    -किसी एक टारगेट को FIX कर लीजिये -



DOSTO ,सबसे जरुरी बात की यह दौर COMPTITONका है ,और इस दौर वही COMPTITON फाइट करता है जो "ONE THOUGHT,EVERYTHING BOUGHT"KE सिद्धांत पर काम करते है।
मतलब है , की आप कार्य करना चाहते है ,लेकिन कोई एक नहीं आपके दिमाग ने न जाने कितनी ही फील्ड में कर्रिएर बनाने की सोच रखी है। दोस्तों,जब हम बहुत साडी फील्ड में carrier बनाने की सोचते है ,तो उससे हमारा दिमाग हर फील्ड में बात जाता है। और हम किसी एक फील्ड पर परध्यान नहीं दे पाते है,और जब आप एक फील्ड के बारे में पूरा ध्यान नहीं दे पाते तब आप उस फील्ड के बारे में सब कुछ नहीं सीख सकते आप हर फील्ड के बारे थोड़ी कुछ जानकारी जुटाकर ही काम को सक्सेस करने की कोशिश में लगे रहते है।
इसको हम एक example से भी समझ सकते है , की मान लीजिये की आपको बहुत ज्यादा भूख लगी है ,और आपके सामने बहुत सी प्रकार की ऐसी दिशेष रख दी गयी जो आपने आज से पहले कभी नहीं खायी ,तब आप कौन सी डिश खायेगे। दोस्तों मुझे इतना पता है की सबसे पहले तो सोचेंगे की मई सभी दिशेष को थोड़ा थोड़ा टास्ते कर लेता हु ,जिससे मई मई सभी को दिशेष को चख पाउगा ,लेकिन दोस्तों आप साडी दिशेष को सिर्फ चख पाओगे और उनमे से काफी दिशेष तो बची रह जाएगी और आपका पेट भर चूका होगा। और आप मज़ा भी पूरा नहीं ले पाएंगे। लेकिन मुझे पता है की आप अपने घर पर प्रतिदिन छककर खाना कहते होंगे क्योकि वह पर आपको खाने का मेन्यू पहले से पता होता है और आपका पेट और उसी हिसाब से तयारी करके बैठ जाता है।
                               यही चीज हमारे कर्रिएर के साथ होती है जब हमारे पास कर्रिएर बनाने के बहत सा रे प्लेटफोर्म होते है तो हम कंफ्यूज होने लगते है और ठीक खाने की तरह ही सभी प्लेटफॉर्म का थोड़ा थोड़ा टास्ते लेट रहते है जिसके कारन हमारे मन को भी संतुष्टि नहीं मिल पाती , और हम धीरे धीरे सभी प्लेटफॉर्म पर नीरस होने लग जाते है।
आपकी आत्मा का आपके कर्मो से क्या है connection (हिंदी inspire thought )
इसीलिए दोस्तों किसी एक टारगेट को फिक्स करो और उसी को पूरा करने की सोचो ,और जब तक टारगेट पूरा न हो जाये जी जान और पूरी डैम के साथ उसी टारगेट को  में लग जाओ ,चाहे फिर परिस्थति कैसी भी हो।

अब बात ये है ज्यादा तर स्टूडेंस को ये प्रॉब्लम होती है वो कौन सा प्लेटफॉर्म चुने या किस क्षेत्र में वे बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। उसके लिए आप नीचे दी गयी टिप्स को अपना सकते है।

सही प्लेटफॉर्म चुनने के बेहतर टिप्स -

दोस्तों,सबसे जरुरी होता  यदि आप कोई प्लेटफॉर्म चुनने जा रहे हो तो आप उसके लिए अंदर से कितने तैयार हो ,या आपकी अंतरात्मा उस काम को करने के लिए आप पर कितना दबाव बना रही है। 
↠आपको सबसे पहले अपने आप पर भरोसा करना होगा की मै  जो भी प्लेटफॉर्म चुनुँगा वही मेरे लिए सही होगा। 

↠आपको चाहिए की आप कोई ऐसा वर्क चुने जिसमे  आप पहले से कुछ नॉलेज रखते हो। 

↠यदि आप किसी नए प्लेट फॉर्म पर तयारी करने की सोच रहे है है तो और भी ज्यादा बेहतर पर नए प्लेटफॉर्म पर आपको हमेशा सजग रहकर दृढ विश्वासी बनना होगा क्योकि नए प्लेट फॉर्म बहुत जयादा परेशानिया होने से आप घबरा जायेगे लेकिन यदि परेशानियों से लड़ गए तो आप इतने निखर जाओगे आपको सरताज बनने से कोई नहीं रोक सकता। 

↠किसी भी प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए यह बेहद जरुरी है आप दृढ विश्वासी बनकर ही प्लेटफॉर्म को चुने। 

↠प्लेटफॉर्म को चुनने के लिए आप ज्यादातर काम अवं आसान वेज़ को ही चुने जो आपको आसान लगते है। 
क्योकि जो वर्क आपको आसान लगता है उसमे आपका उत्साह ज्यादा होता है। 


↠किसी भी वे पर सोच समझकर ही प्लेटफॉर्म बनाये। सिर्फ आप सोचे ,दुसरो से सलाह मत ले की मुझे किस प्लेटफॉर्म पर जाना चाहिए ,क्योकि आपको आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। 


↠किसी भी प्लेटफॉर्म पर जाने से पहले आपको उस प्लेटफॉर्म की पूरी जानकारी होनी चाहिए ,और यदि नहीं है तो जानकारी जुटाकर फैसला लीजिये की यह वर्क मेरे बेस पर है या नहीं। 

        दोस्तों इन तरीको को अपनाकर आप एक बेहद और सटीक प्लेटफॉर्म चुन सकते है अपने हिसाब से। 
इसके बाद जो भी आपने प्लेटफॉर्म चुना उसमे आप किस तरह से वर्क करेंगे क्या प्रोसेस होगा ,ये सब सवाल होते है,तो  दोस्तों उसके लिए एक बेहतर रणनीति होना बेहद आवश्यक है। 

 अपने टारगेट को पूरा करने की क्या है रणनीति ?-






दोस्तों ONE THOUGHT,EVERYTHING BOUGHT, का नियम यही कहता है की किसी एक टारगेट को चुनो ,और उस टारगेट के बारे में सब कुछ सीख लो ,एक टारगेट रखो और उस फील्ड पर इतना सीखो की कभी कभी खुद को काम न लगे। जिस भी फील्ड को चुनो उसके पक्के खिलाडी बन जाओ। बारीकियों को गौर से देखो क्योकि कितना भी बड़ा पहाड़ क्यों न हो ,वो पहाड़ बनता एक एक कण से ही है। इसी तरह जिस भी फील्ड में जाओ किसी भी चीज को छोटा नहीं समझो ,और किसी भी चीज को बड़ा नहीं। जब आप छोटी छोटी बारीकियों को समझने लग जायेगे ,तब आप अपनी फील्ड में पूरी तरह से माहिर हो जायेगे। 
दोस्तों ,किसी भी चीज का निर्माण ही छोटे छोटे पार्टिकल से मिलकर होता है ,और यही छोटी छोटी चीजे हमारे वर्क में भी बहुत ज्यादा मैटर करती है। 
किसी एक टारगेट पर फोकस करके उसकी हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों को सीखकर आप  बहुत ज्यादा बेहतर बना सकते है। और दोस्तों कोई भी टारगेट फिक्स करिये उसमे परेशानिया तो आएगी कुछ बहरी कुछ आंतरिक कुछ आर्थिक और कुछ सामाजिक ,दोस्तों समाज को अपने टारगेट में कभी भी शामिल नहीं करना चाहिए क्योकि समाज में में इतनी कुरीतिया व्याप्त है की आदमी आदमी से जलता है ,इसीलिए समाज को छोड़कर सिर्फ अपने पर ध्यान दीजिये आप सबसे पहले अपने लिए बने है आपको अपने आप को सबसे बेहतर करना है और वो आप तभी कर पाएंगे जब आपको कोई नहीं रोक पाए। इसीलिए इन परेशानियों को अनदेखा करके अपनी फील्ड में लड़ते चले जाइये। 
और जो हर परिस्थति में लड़ता जाता है ,वही होता है असली फाइटर। 
आपको जो बनना है या जो आपको करना है आपकी में सिर्फ वही ,मैटर करता है इसके अलावा कुछ नहीं। 

                                               "परेशानियाँ ,मुश्किलें तो आती है ,आपका हौसला बढ़ाने के लिए ,आपको कुछ सिखाने के लिए ,इसीलिए परेशानियों से डटकर मुक़ाबला करिये ,और हर परेशानी तथा मुश्किल से कुछ न कुछ सीख लीजिये। निश्चित ही जीत आपकी होगी। "



                                                                                                                             धन्यवाद 
यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया तो प्लीज कमेंट करके जरूर बताये। आप हमारे आर्टिकल को शेयर भी कर सकते है या फिर हमारे चैनल को सब्सक्राइब करके नई पोस्ट्स पा  सकते है। 

                                                                                                              थैंक यू आल रीडर्स एंड VISITORS

ORIGINALDUNIYA.BLOGSPOT.COM




SUCCESS PANE KE SABSE BEHTAR TIPS-ORIGINAL DUNIYA -INSPIRATION SUCCESS PANE KE SABSE BEHTAR TIPS-ORIGINAL DUNIYA -INSPIRATION Reviewed by satendra singh on 01 अप्रैल Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

if any QUERY please CONTACT US

Blogger द्वारा संचालित.